गेमिंग ऐप से हुई ₹50 करोड़ की ठगी।
इंदौर: मध्यप्रदेश पुलिस ने इंदौर में चल रहे ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने धोखाधड़ी में ₹50 करोड़ की ठगी की है।
ठगी के तहत तीन पैडलरों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड निक्की अभी भी पुलिस की नजर से दूर है। पुलिस निक्की और अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। ठगी के रुपए 100 अलग-अलग खातों में जमा करवा कर मास्टरमाइंड तक भेजा गया है। इस मामले में अभी तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य आरोपियों को दबोचने के लिए छापामार कार्रवाई कर रही है।

विजयनगर टिआई सी.के पटेल अनुसार कृष्णपाल वर्मा उर्फ बाली, लक्ष्य सुतार उर्फ भूरा एवं सुनिल शर्मा उर्फ सोनू को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि वो राजस्थान के निक्की के लिए काम करते थे।
ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से धोखाधड़ी
निक्की ऑनलाइन गेम से ठगने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड है। जो लोगों से बैंक खाता खरीद कर उन्हें कमीशन देता था। निक्की की तलाश में पुलिस ने राजस्थान में दबिश दी है।
आरोपियों ने स्विकारा है कि 100 से अधिक खातों मे अभी तक ₹50 करोड़ से ज्यादा जमा हुए हैं। खातों में जमा राशि ऑनलाइन गेम से ही धोखाधड़ी कर कमाई हुई है। कुछ रूपए क्रिप्टो करेंसी बेच कर इकट्ठा की गई है। लेकिन क्रिप्टो करेंसी से मिली राशि पर भी शक है। शक ये है कि धोखाधड़ी से इकट्ठा की गई राशि से ही क्रिप्टो करेंसी खरीदी गई हो। और फिर उन्हें कैश करा कर बैंक में जमा किया गया हो।

साइबर अपराधियों का गुट
टीआई ने कहा कि पुलिस ने शुरुआत में विधु भारद्वाज (इंद्रपुरी कॉलोनी), रवि वर्मा (रुक्मणीनगर), मयंक सोलंकी (सम्राट नगर, देवास), अमन अहमद (कोहेफिजा कॉलोनी, भोपाल) को किसी होटल से पकड़ा था। सभी आरोपी गौरव राठौड़ जो कि बड़ी भमौरी का रहने वाला था। उसके साथ मारपीट कर रहे थे।
ऑनलाइन ठगी
पुलिस ने अभी तक इस गुट के तेरह खातों की जानकारी जुटाई है। ये तेरह खाते छः राज्यों में खोले गए हैं। पुलिस अभी और खातों की जानकारी इकट्ठी कर रही है।
