बिहार में माँ सीता की जन्म स्थान को लेकर एक बड़ा विवाद है
बिहार के सीतामढ़ी में स्थित जानकी स्थान, जो ये दावा करता है कि यहीं पर माँ सीता का जन्म हुआ था।

1599 में ज़मीन को नरपित सिंह को दिया गया और फिर यहाँ पर मंदिर बनकर तैयार हुआ, लेकिन सीतामढ़ी में ही एक धाम है जिसका नाम है पुनौरा धाम, और वो भी ये दावा करता है कि उसकी ज़मीन पर माँ सीता ने जन्म लिया था।

इतिहास हमें ये बताता है कि जानकी स्थान जो 1599 में बना, उसके महंत हुआ करते थे विनोद दास। उनका जब देहावसान हुआ तो उनके दो शिष्य में महंत बनने की होड़ लग गई। फिर अंग्रेज ने एक शिष्य पर फैसला दिया कि तुम देखो, यहां के महंत बन जाओ और दूसरा शिष्य नाराज हो गया और पुनौरा धाम पहुंच गया जिसे आगे जा कर राम जानकी मंदिर के नाम से जाना गया।

19वीं शताब्दी में बिरला ट्रस्ट ने जानकी स्थान को प्रस्ताव (Approach) दिया कि हम आपके मंदिर की मरम्मत (Renovate) करवाएंगे, लेकिन उस वक्त के जो महंत थे, उन्होंने कहा कि नहीं, हम ऐसा नहीं होने दे सकते। इसके बाद बिरला, राम जानकी मंदिर पहुंचे जो मंदिर बाद में बना था, यही प्रस्ताव उन्होंने राम जानकी मंदिर को दिया और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया।

तब से लेकर आज तक उन दोनों धामों के बीच ये होड़ लगी पड़ी है कि, हम सीता के जन्म स्थान, तो हम सीता के जन्म स्थान।

By: – Rajat Ranjan
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