बिहार में हुआ कैबिनेट का विस्तार

बिहार में नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल में विस्तार किया है। इनमें साथ चेहरे नए हैं। यह सातों भाजपा के सदस्य हैं। नीतीश कुमार का कैबिनेट विस्तार आगामी विधानसभा के मध्य नजर जातिगत समीकरण को बनाए रखना है। बिहार विधानसभा चुनाव होने से पहले भाजपा ने अपने 7 नेताओं को मंत्री बनाया है। जिससे भाजपा ने अपना राजनीतिक संतुलन स्थापित किया ही है। साथ ही नीतीश सरकार में अपनी वर्चस्व का परिचय भी दिया है।

भाजपा के जो 7 चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। उनमें अररिया जिले के शक्ति विधानसभा से विधायक विजय कुमार मंडल। दरभंगा जिले की जाले विधानसभा के विधायक जीवेश मिश्रा। दरभंगा के विधायक संजय सरावगी भी हैं। सीतामढ़ी से रीगा विधायक मोतिलाल प्रसाद, मुजफ्फरपुर के साहेबगंज विधायक राजू सिंह , साहेबगंज विधायक डॉ. सुनील कुमार और सारण से अमनौर विधायक कृष्ण कुमार मंटू।

बिहार में भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने वोटो को संतुलित करने की कोशिश की है। अब मंत्रीमंडल में भाजपा के 21 मंत्री हैं। जबकि जद(यू) के 13 हैं। भाजपा पिछले कुछ समय से विस चुनाव के समय मंत्रीमंडल का विस्तार करती आ रही है। जिससे भाजपा को फायदा भी हो रहा है।

भाजपा ने यह फॉर्मूला 2020 में यूपी चुनाव से ठीक पहले भी किया था। भाजपा सरकार ने 7 मंत्रियों को योगी मंत्रीमंडल में शामिल किया था। जिससे यूपी में भाजपा पूर्ण बहुमत में आई। इसी प्रकार भाजपा ने उत्तराखंड में भी बाजी मारी। उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटा कर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया। इस कारण भाजपा दूसरी बार सरकार बना सकी। उत्तराखंड के इतिहास में भाजपा वो पार्टी बनकर उभरी। जिसने उत्तराखंड में दुबारा सरकार बनाई।
साभार: समाचार नामा…..
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