भारत ने पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को किया नेस्तनाबूद
भारत ने पाकिस्तान पर मंगलवार और बुधवार की रात को हमला बोला। यह हमले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के अलावा पंजाब तक में किए गए हैं। इन हवाई हमलों में पाकिस्तानी पंजाब के मुरीदके और बहावलपुर शहर भी निशाने पर आए हैं। लाहौर से 40 किलोमीटर दूर स्थित मुरीदके शहर लश्कर-ए-तैयबा और उसके संस्थापक खतरनाक आतंकी हाफिज सईद का ठिकाना रहा है। इसी मुरीदके शहर में लश्कर का मुख्यालय भी है और इसे पाकिस्तान की आतंकवाद की नर्सरी के तौर पर जाना जाता है। कुछ पाकिस्तानियों के ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि भारत ने लश्कर के मुख्यालय पर हमला बोला है। लश्कर हमला करना महत्वपूर्ण है क्योंकि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उसका ही हाथ था।

मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और उसके मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा का मुख्यालय है, जो करीब 200 एकड़ में फैला है। इसी कैंप में आतंकियों को ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसके अलावा पाकिस्तानी पंजाब के ही बहावलपुर में भी भारतीय सेना ने हमला बोला है, जो जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र रहा है।
भारतीय रक्षा सूत्रों का कहना है कि इन हमलों में करीब 90 आतंकी मारे गए हैं। इसके अलावा कोटली और मुजफ्फराबाद में भी हमले किए गए हैं। भारतीय सेना का कहना है कि करीब 9 ठिकानों पर टारगेट अटैक किए गए हैं। इन हमलों में किसी भी नागरिक को निशाना नहीं बनाया गया है। हालांकि पाकिस्तानी प्रोपेगेंडे में कहा जा रहा है कि भारत के हमलों में कई मस्जिदें गिरी हैं। इसके अलावा आम लोग भी मारे गए हैं। गौरतलब है कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ। उसमें 25 पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत इसका जवाब देगा।

जाने क्यों पड़ा ऑपरेशन सिंदूर नाम?
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम स्थित पर्यटक स्थल पर आतंकियों ने गोलियां बरसाई थीं। इन आतंकियों ने लोगों से धर्म पूछा था। हिंदू पुरुषों को अलग किया और उनके परिवार के सामने उन्हें गोली मार दी। हमले में कई महिलाओं ने अपने पति को खोया। इनमें से कुछ महिलाओं की कुछ ही दिन पहले शादी हुई थी और वे पति के साथ पर्यटन के लिए पहलगाम आईं थीं। इस हमले में जिन महिलाओं के माथे का सिंदूर छिन गया, उन्हीं के सम्मान में एक संदेश देने के लिए भारत ने इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया।
सोर्स – हिंदुस्तान टाइम्स .. पूजा सिंह के कलम से ..फोटो AI ..abp