हिन्दू नव वर्ष के अवशर पर विहिप गढ़ में संतमंत सत्संग का आयोजन

बनमनखी पुर्णिया- बनमनखी अनुमंडल अंतर्गत विश्व हिन्दू परिषद गठ बनमनखी में नववर्ष के अवसर पर दो दिवसीय संतमंत सत्संग समागम का आयोजन किया गया। दूसरी पाली सत्संग में महिर्सी मेही आश्रम के पूज्य अनमोल बाबा ने संतों की महिमा के बारे में कहा कि, इस धरा धाम पर संतों का अवतरण मानव कल्याण के लिए होता है। कहा कि जितने भी शरीरधारी मानव हैं, सब दुख में है। जबकि दुख किसी भी मानव को प्रिय नही होता है। सब शरीरधारी सुख चाहते है, दुख कोई नहीं चाहता। संतों का हृदय दूसरों का दुख देखकर द्रवित हो जाता है। उनसे दूसरों का दुख देखा नही जाता है। मानव को दुखों से छुटकारा दिलाने के लिए ही वे संसार में आते है और दुखों से छुटकारा पाने का उपाय बताते हैं।

अपने प्रवचन में उन्होंने कहा कि संतों का जीवन अपने लिए नहीं, बल्कि मानव के कल्याण के लिए होता है। इस मौके पर विहिप के केंद्रीय पदाधिकारी त्रिलोकी बागी, शिवशंकर तिवारी विहिप ट्रस्ट मंत्री, रामकुमार यादव, कोषाध्यक्ष, सुधिर यादव प्रखंड मंत्री, अशोक पोद्दार, अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल कुमार, श्रीकांत तिवारी, अर्जुन यादव, मनोज चौधरी, नवीन कुमार, निरज भगत, संतोष झा अभाविप के प्रांत सांस्कृतिक कला मंत्री रूचि ठाकुर, कोमल ठाकुर मुकेश पाण्डेय मोहन बाबा अन्य सत्संग प्रेमी सत्संग की वाणी के सुन रहे थें।
रिपोर्ट-बिट्टू कुमार