वर्ल्ड स्ट्रोक डे
जानें 29 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता वर्ल्ड स्ट्रोक डे

हर वर्ष 29 अक्टूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्ट्रोक के प्रति जागरुक करना और इसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी देना है। स्ट्रोक एक बेहद गंभीर मेडिकल कंडीशन है, जिसका समय पर इलाज न होने पर व्यक्ति को लंबे समय तक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कई बार यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना के दौरान लोगों में स्ट्रोक और मस्तिष्क से जुड़ी परेशानियां बढ़ गई हैं। हालांकि, सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम देशों में पिछले कुछ सालों में स्ट्रोक के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इसलिए वर्ल्ड स्ट्रोक डे को मनाया जाता है और लोगों को इस बारे में जागरुक किया जाता है। आगे हम आपको इस लेख। के मध्यम से वर्ल्ड स्ट्रोक डे का इतिहास के बारे में बताने वाले है।
जाने क्या है, वर्ल्ड स्ट्रोक डे का इतिहास

वर्ष 2004 में पहली बार वर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन द्वारा वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया गया था। वर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन द्वारा यह दिन मनाने का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को स्ट्रोक के लक्षणों, जोखिम कारकों और बचाव के तरीकों के बारे में लोगों को जागरुक करना है। जहां साल 2006 में इस दिन को ऑफिशियल तौर पर मान्यता दे दी गई। तब से हर वर्ष 29 अक्तूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है।

जहां हर इसका थीम रखा जाता है। इस साल वर्ल्ड स्ट्रोक डे की थीम ‘ग्रेटरथैनस्ट्रोक एक्टिव चैलेंज’ रखी गई है। यह थीम इस स्पोर्ट्स स्ट्रोक के लक्षणों को कैसे कम करें, इस पर रखी गई है।

Written by pooja Singh