छह मासक भार उतरले
अपन सन्तान के निक स्वास्थ के मनोकामना के लेल होई अछि ई पावेंन .
मिथिलाक बहुत नमहर ई पर्व मंगलवार के उपवास के बाद समाप्त होइ छै .

अपन सन्तान के निक स्वास्थ के मनोकामना के लेल होई अछि ई पावेंन .
भगवान स पुत्र के निरोग रह के लेल होई अछि ई पावेंन .

6 माह तक होइ छै एकसंझा ..
सूर्य भगवान के होई छै आराधना …
6 महीना के भार पवनैतिन उतारी दय छथिन।
ई व्रत कर के लेल एक दिन पहिने नहाय खाय कर के होइ छै ।
रैव दिन एक सांझ मात्र अनूना खाई छथि। जैयमे खीर और केला रहल फेर
ऊ पूरा पहर बिना जल के प्रात कर्ये छथि।
सोम छोड़िका मंगल के फेर रविवार के बदले करल जाए छै तखन ई पूजा के समाप्त बुझल जाय छै