महाभारत के ‘कर्ण’ पंकज धीर नहीं रहे – 68 वर्ष की उम्र में हुआ निधन.
महाभारत के कर्ण पंकज धीर का निधन, 68 वर्ष की उम्र में कहा अलविदा ।भारतीय फिल्म और टीवी जगत के मशहूर अभिनेता पंकज धीर अब हमारे बीच नहीं रहे। 15 अक्टूबर 2025 को मुंबई में उन्होंने अंतिम सांस ली। 68 वर्ष की उम्र में उनका देहांत हुआ। लंबे समय से वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।
अभिनय का सफर – पंकज धीर ने अपने अभिनय की शुरुआत सत्तर के दशक में की थी। उन्होंने फिल्मों और टीवी दोनों में काम किया, लेकिन उन्हें असली पहचान महाभारत के “कर्ण” के रूप में मिली।
उनका यह किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है। जब भी महाभारत की चर्चा होती है, तो कर्ण के रूप में पंकज धीर की छवि सबसे पहले सामने आती है।
महाभारत के अलावा उन्होंने कई लोकप्रिय धारावाहिकों में यादगार भूमिकाएँ निभाईं जैसे —चंद्रकांता,युग द ग्रेट मराठा ,बढ़ो बहू ,कानून …टीवी के अलावा पंकज धीर ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी काम किया।
उन्होंने सड़क, सोल्जर, बादशाह, और तार्जन: द वंडर कार जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय किया।
परिवार और निजी जीवन
पंकज धीर का जन्म 9 नवंबर 1956 को पंजाब में हुआ था। उनके पिता सी.एल. धीर फिल्म निर्देशक थे। उनकी पत्नी का नाम अनीता धीर है।उनके बेटे निखिल (निकितिन) धीर भी एक जाने-माने अभिनेता हैं, जिन्होंने “चेन्नई एक्सप्रेस”, “शेरशाह” जैसी फिल्मों में काम किया है।निकितिन की पत्नी क्रतिका सेंगर टीवी की प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं।
नए कलाकारों को दिशा दी
अभिनय के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के बाद पंकज धीर ने युवा कलाकारों के लिए अभिनय प्रशिक्षण संस्थान “अभिन्नय एक्टिंग अकादमी” की स्थापना की थी।इसके अलावा उन्होंने अपने भाई के साथ Visage Studioz नाम का शूटिंग स्टूडियो भी शुरू किया था, जहां कई टीवी और फिल्म प्रोजेक्ट शूट किए गए।
अंतिम समय और निधन – पंकज धीर पिछले कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे। इलाज के बावजूद उनकी हालत बिगड़ती गई और 15 अक्टूबर 2025 को मुंबई में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
मनोरंजन जगत के कई कलाकारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
अमर रहेंगे “कर्ण”पंकज धीर का नाम भारतीय टेलीविज़न के इतिहास में हमेशा दर्ज रहेगा। उन्होंने अपने अभिनय से “कर्ण” के चरित्र को अमर बना दिया। आज भी कई जगह उनकी तस्वीरें कर्ण के रूप में स्थापित हैं।उनका यह योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।–
-लेखक की टिप्पणी: पंकज धीर जैसे कलाकार विरले होते हैं। उन्होंने अपने अभिनय से भारतीय टेलीविज़न को एक नई पहचान दी। उनके जाने से मनोरंजन जगत ने एक सच्चा रत्न खो दिया है।—
