लंबे रूट के सफर की तय करनी है दूरी तो करलें ये तैयारी

सारांश – बच्चों की गर्मी की छुट्टी पड़ गई है, शादियों का सीजन भी चल रहा है, लोग अब थोड़ा घर से बाहर निकलने की सोच रहें हैं या जैसे जैसे पापा मम्मी को छुट्टी मिल रही है वैसे-वैसे वो निकल रहें हैं।
लेकिन अक्सर क्या होता है कि हम लंबे छुट्टी पर निकल तो जाते हैं लेकिन बेसिक सी बाते भूल जाते हैं और घर से जाते उन चीजों को याद करके परेशान हो जाते हैं।
मैने इस आर्टिकल के जरिए ये बताने की कोशिश की है अगर आप कहीं बाहर जा रहे ही तो ये कुछ जरूरी टिप्स है उन्हें आप उपयोग करके कई परेशानी से बच सकते है।
जैसे, आप नौकरी या बच्चों की पढ़ाई के सिलसिले में रहते हैं घर से बाहर और आपका होम टाउन है आपके शहर से बहुत दूर और आने जाने में होती है परेशानी क्योंकि लंबी लंबी ट्रेन का सफर करने में आपको लगता है डर तो घबराएं नहीं नोट करले ये जरूरी टिप जो आपके काम आ सकती है।
टिकट्स करवा लें बुक क्योंकि जब शादियों ओर गर्मी की छुट्टियां एक साथ पड़ती है तो टिकट्स की एकदम से मारामारी हो जाती है।

जरूरी सामान का बना ले लिस्ट – जैसे कि लंबे सफर में जब हम जाते ही तो ज्यादा दिन रुकना भी होता है और कई जरूरत का सामान भी रखना होता है और लास्ट में हम भूल जाते हैं इसलिए यात्रा के दौरान अगर हम यात्रा शुरू करने से पहले अपने ज़रूरी सामान के लिस्ट बना ले तो बहुत ही सुविधाजनक हो सकता है। जिनमें गिफ्ट्स वगैरह अक्सर हम भूल जाते हैं,
स्नैक्स और फ्रूट्स का अलग से बैग पैक करें – क्योंकि बच्चे बार बार आपसे रास्ते में अपनी पसंदीदा चिप्स और जूस वगैरह डिमांड करते रहते हैं और बार बार बड़ा बैग खोलना पॉसिबल नहीं होता।

बच्चों का सामान खुले थैले या छोटे बैग में डाले – अगर उनकी फेवरेट खिलौने वगैरह आप अंदर बैग में या सूटकेस में रख देंगे तो वो जब बोर हो जाएंगे बैठे बैठे तो आप चाह कर भी नहीं निकाल सकते हैं।
रास्ते के लिए स्लीपर का करे उपयोग – कितनी बार आप रास्ते में देखोगे कि लोग हैवी जूते पहनते है और टॉयलेट जाने के वक्त दूसरे की स्लीपर मांगते रहते है कि शूज में बाथरूम जाना सही नहीं लगता इसलिए अगर सैंडल या स्लीपर रहता है तो सही लगता है। और आजकल तो जाने कितने डिज़ाइन स्लीपर के आ गए हैं।
अभी जब मैं ये आर्टिकल लिख रही हूं तो मेरे साथ ये वाक्या हो रहा है कि मै स्लीपर पहन कर सफर कर रही हूं और लगभग सब लोग अपने जूते को छोड़कर मेरा ही स्लीपर बाथरूम ले जा रहे हैं। जबकि मैने उसको कई दुकानों में ढूंढने के बाद पाया था कि थोड़ा मॉडरेट भी है स्लीपर कम पार्टीवियर लेकिन मेरे स्लीपर की किस्मत।
तभी मेरे दिमाग में ये बात आई कि कुछ बातें आपसे भी साझा करूं।

ढीले कपड़ों का करे उपयोग – बार बार तो आप कपड़े नहीं बदल सकते रात को सोने के वक्त इंसान हल्का महसूस करना चाहता है, इसलिए अगर हम हल्के कपड़े ही घर से ही पहन कर चलेंगे तो आपके सोने के वक्त आराम का एहसास होगा।
बेडशीट और टॉवेल हमेशा रखे साथ – क्योंकि जब हम सफर पर निकलते हैं तो बच्चे कभी कभी ट्रेन की बेडशीट पर कुछ गिरा देते हैं या कभी कभी सामने से हो बेडशीट गंदी मिल जाती है या कभी कभी ट्रेन की टाइमिंग सही नहीं हुई तो आपको ये बेडशीट बहुत काम आ सकती है।

खाने पीने का रखे खास ख्याल – क्योंकि जब हम बार बार बाहर का खाते हैं तो हमारा हाजमा खराब हो जाता है। ऐसे में हम अगर घर का खाना साथ लेकर चलें तो स्वाद और स्वास्थ दोनों का रख सकते हैं साथ में ख्याल। जैसे सूखे में सत्तू की लिट्टी वगैरह ले सकते हैं जिसमें अजवाइन, हींग और कलौंजी आपके स्वास्थ का रखेगी बेहतरीन ख्याल।
पेट दर्द और बुखार की दवाई हमेशा रखे साथ – क्योंकि अचानक से अगर तापमान के ऊपर नीचे होने से दवाई रखने का फायदा हो सकता है ।
क्योंकि बच्चों को जल्दी मौसम का असर पड़ता हैं।
साधना भूषण के द्वारा
Pic Credit: Meta AI, Google