गर्ग: संगीत सम्राट की विरासत, समाज के लिए योगदान और अंतिम विदाईपूर्वोत्तर भारत के लोकप्रिय गायक, संगीतकार और अभिनेता जुबीन गर्ग (1972–2025)
।—जुबीन गर्ग: संगीत सम्राट की विरासत, समाज के लिए योगदान और अंतिम विदाईपूर्वोत्तर भारत के लोकप्रिय गायक, संगीतकार और अभिनेता जुबीन गर्ग (1972–2025) ने अपने जीवन में संगीत की दुनिया और समाज दोनों के लिए अविस्मरणीय योगदान दिए। उनकी अचानक हुई मृत्यु ने पूरे देश, विशेषकर असम को गहरे शोक में डुबो दिया।38 हज़ार से अधिक गीत, 40 भाषाओं में सुरों का जादूजुबीन गर्ग ने अपने करियर में लगभग 38,000 से अधिक गीत गाए। उनकी खासियत यह थी कि वे केवल हिंदी या असमिया ही नहीं, बल्कि करीब 40 भाषाओं और बोलियों में अपनी आवाज़ दे चुके थे। उनकी गायकी ने क्षेत्रीय सीमाओं को तोड़कर भारतीय संगीत को वैश्विक पहचान दिलाई।असम और समाज के लिए योगदानसंगीत के अलावा जुबीन गर्ग अपने समाज के लिए हमेशा आगे रहे।बाढ़ राहत: असम में हर साल आने वाली बाढ़ के दौरान उन्होंने राहत सामग्री और फंड जुटाने में बढ़-चढ़कर योगदान दिया।कोविड-19 में सेवा: महामारी के समय उन्होंने अपनी इमारत कोविड केयर सेंटर के लिए दान कर दी और अस्पतालों को सहायता पहुंचाई।युवाओं और खेल को बढ़ावा: फुटबॉल टूर्नामेंट और चैरिटी इवेंट आयोजित कर युवाओं को प्रेरित किया और सामाजिक कार्यों के लिए फंड जुटाया।सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर आवाज़: चाहे CAA का विरोध हो या भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन, जुबीन हमेशा जनता की आवाज़ बने।सिंगापुर में हादसा और निधन19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में छुट्टियां बिताते समय जुबीन गर्ग एक समुद्री गतिविधि (तैराकी/डाइविंग) के दौरान हादसे का शिकार हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचा नहीं सके। उनकी मौत का कारण डूबने (drowning accident) को माना गया।अंतिम संस्कार: असम में उमड़ा जनसैलाबजुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर जब गुवाहाटी लाया गया तो पूरे असम में शोक की लहर दौड़ गई। उनके अंतिम संस्कार में लाखों लोग उमड़े और सरकार ने उन्हें पूर्ण राज्य सम्मान के साथ विदाई दी। यह दृश्य असम के इतिहास में सबसे बड़ी अंतिम यात्राओं में से एक माना गया।अमर विरासतजुबीन गर्ग का जीवन केवल एक गायक की कहानी नहीं था, बल्कि एक ऐसे इंसान की दास्तान है जिसने अपने संगीत से लोगों को जोड़ा और अपने समाज की सेवा करके सबका दिल जीत लिया। वे हमेशा अपने गीतों और सामाजिक योगदानों के लिए याद किए जाएंगे।–