doodh ka kadha दूध का काढ़ा

दूध का काढ़ा – आज कल मौसम बहुत तेजी से बदल रहा है।जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पर रहा है ।हम अपने रोजमर्रा की जिंदगी में इतने व्यस्त हो गए हैं कि अपना और अपने स्वास्थ का ख्याल ही नहीं रख पाते।
और इस तरह के मौसम में लोगों को बहुत तेज़ी से सर्दी जुकाम और वायरल हो रहे हैं ।
हम शुरुआत में ही खुद डॉक्टर बन जाते हैं और बिना डॉक्टर से संपर्क किए कई तरह की दवाई खा लेते हैं और अगर फायदा नहीं हुआ तो नुकसान की परवाह किए वगैर हम दवाई का सेवन करते रहते हैं
आज हम आपको बताते हैं कि अगर आपको सर्दी या ज़ुकाम पहले स्टेज पर है यानी की जब आपको लगे कि हल्का हल्का जुकाम है तो घरेलू नुस्खे को अपनाए।
हम जब कफ सिरप लेते हैं तो देखिएगा उसमें भी तुलसी अदरक वगैरह रहता है।
तो क्यों न हम सीधे रूप से आसान तरीके से मिलने वाले साधारण चीज़ों से काढ़ा तैयार कर सकते हैं।

जी हां हम आपको आज ऐसा काढ़ा बनाना सिखाएंगे जिससे आप नाक सिकोड़ना बंद कर देंगे और बिना मतलब के भी बना कर पियेंगे खुद भी ओर परिवार के बाकी सदस्यों को भी देंगे ..।
आज हम आपको दूध का काढ़ा बनाना सिखाएंगे जिससे बच्चे और बाकी लोग बहुत ही चाव से पियेंगे ..।
तो इसके लिए आपको पहले दूध लेना है अगर आप एक आदमी के लिए दूध का काढ़ा बनाना चाहते हैं तो एक ग्लास दूध लें ।
फिर एक इंच अदरक का टुकड़ा.

चुटकी भर हल्दी अगर कच्चा हल्दी है तो बहुत बढ़िया नहीं तो पाउडर ही चलेगा.

थोड़ी सी कुटी हुई गोल मिर्च

लौंग के कुछ दाने

चार से पांच तुलसी के पत्ते ।

फिर सबको अच्छी तरह से चाय के बर्तन में उबालें जब तक कि वो जलकर एक कप न हो जाए।
फिर चाय छलनी से सबको छान लें उसके बाद हल्का सा देसी घी डालकर गर्म गर्म पीएं ।

अगर आपको कम सर्दी है है तो जल्दी ठीक हो जाएगा और कफ ज्यादा हुआ तो तीन से चार दिन में आराम करेगा …।
ये घरेलू नुस्खा एक बार आजमा कर देखें एक बार आजमा लिया तो फिर आपको कफ सिरप की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी…।
जब मैं छोटी थी तो मुझे जल्दी सर्दी लग जाया करती थी और मेरी कजिन्स की मम्मी उन्हें तुलसी का काढ़ा देती तो नहीं पीती लेकिन जब मेरी मम्मी बनाती तो सब स्वाद लेकर पीते थें आप भी ये काढ़ा बनाकर देखें..।
नोट: अगर बुखार या वायरल है या कफ काफी पुराना है तो डॉक्टर से संपर्क करें ये लेख लेखक ने अपने अनुभव के आधार पर लिखा है और ये एक प्रकार का बस काढ़ा है ।
लेखक – साधना भूषण