Bringing Today's Stories and news to Your Screen

Sports

घर की पिचें ही बनीं चुनौती: टीम इंडिया पर उठे सवाल

भारत अपनी ही सरज़मीं पर क्यों दिख रहा है असहज?

– घरेलू क्रिकेट पर उठे सवाल

नई दिल्ली, 20 नवंबर: भारत की टेस्ट टीम, जो सालों से घरेलू परिस्थितियों में अपराजेय मानी जाती थी, अब उसी धरती पर संघर्ष करती नज़र आ रही है।

गुवाहाटी में होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले टीम की बल्लेबाज़ी और रणनीति को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

हाल के वर्षों में भारतीय टीम ने घर में अपनी बढ़त खोती हुई दिखाई है। 2020 के बाद से टीम की बल्लेबाज़ी औसत दर्जे की रही है। कई अनुभवी बल्लेबाज़ों का फॉर्म उतार पर है, खासकर उन खिलाड़ियों का, जो स्पिन-अनुकूल पिचों पर भारत की ताकत माने जाते थे।

बल्लेबाज़ी बनी सबसे बड़ी चिंता रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बल्लेबाज़ पिछले कुछ सीज़नों में घरेलू पिचों पर भी रन बनाने में असफल रहे हैं।वरिष्ठ बल्लेबाज़ों की औसत गिरी कई युवा खिलाड़ी घरेलू दबाव झेल नहीं पा रहे स्पिनर्स के सामने भारतीय बल्लेबाज़ों की कमजोरी उजागर यह वही भारत है जिसने 2013 से 2019 के बीच घर में किसी भी टीम को टेस्ट श्रृंखला जीतने नहीं दी थी। लेकिन हाल के मैच बताते हैं कि यह बढ़त अब कम होती जा रही है।गेंदबाज़ी ने भी छोड़ी कमज़ोरी के संकेत भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने विदेशों में शानदार प्रदर्शन किया है, पर घरेलू पिचों पर स्पिनर्स के साथ तालमेल की कमी दिख रही है। स्पिनर्स की धार कम होने के कारण विपक्षी टीमों ने आसानी से रन बनाए और मैच पर पकड़ मजबूत की।रणनीति पर भी सवाल रिपोर्ट में कहा गया है कि टीम मैनेजमेंट ने पिछले कुछ वर्षों में पिचों को लेकर गलत अनुमानों पर फैसला लिए।अत्यधिक टर्निंग पिचें उलटा नुकसान कर रहीं बल्लेबाज़ स्पिन के खिलाफ आत्मविश्वास खो रहे हैं ।विपक्षी टीमें भारतीय पिचों के “प्ले-बुक” को समझ चुकी हैं।

गुवाहाटी टेस्ट में बड़ी चुनौती – दूसरे टेस्ट से पहले टीम पर दबाव है कि वे घरेलू मैदान पर अपना पुराना प्रभुत्व साबित करें।अगर बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में सुधार नहीं हुआ, तो टीम इंडिया को घर में भी लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।-

Source- Hindustan Times

picture credit goes to AI

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *