निकहत और जैस्मिन ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में भारत को दिलाया गोल्ड रश
निकहत और जैस्मिन ने दिलाया भारत को गोल्ड – घरेलू रिंग पर चमका भारतीय बॉक्सिंग का दमग्रेटर नोएडा में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल में भारतीय मुक्केबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश की झोली में 20 पदक (9 गोल्ड, 6 सिल्वर, 5 ब्रॉन्ज) डाले। सबसे ज्यादा सुर्खियाँ बटोरीं reigning world champion जैस्मिन लैंबोरिया (57kg) और दो बार की विश्व चैम्पियन निकहत जरीन (51kg) ने, जिन्होंने अपने-अपने मुकाबले जीतकर भारत का गोल्ड मेडल रैंकिंग में दबदबा कायम रखा।निकहत जरीन का दमदार प्रदर्शनफाइनल में निकहत का मुकाबला चीनी ताइपे की युवा मुक्केबाज़ गुओ यी-शुआन से था। शुरुआत से ही निकहत ने आक्रामक और तकनीकी बॉक्सिंग का बेहतरीन मिश्रण दिखाते हुए प्रतिद्वंद्वी को किसी भी मौके का फायदा नहीं उठाने दिया। तीनों राउंड में पकड़ बनाए रखते हुए उन्होंने 5-0 की एकतरफा जीत दर्ज की।निकहत ने जीत के बाद कहा कि यह गोल्ड उनके लिए खास है क्योंकि उन्होंने पिछले 32 महीनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई खिताब नहीं जीता था। “घर की भीड़ के सामने खेलना एक अलग अनुभव था। इस जीत को मैं लंबे इंतज़ार के बाद मिली बड़ी उपलब्धि मानती हूँ।”जैस्मिन ने दिखाया चैंपियन क्लास57 किलो ग्राम वर्ग में जैस्मिन लैंबोरिया ने भी अपने आक्रामक अंदाज़ और सटीक पंचों से प्रतिस्पर्धियों को मात देकर स्वर्ण पर कब्ज़ा जमाया। उनकी जीत ने घरेलू दर्शकों में उत्साह और बढ़ा दिया।अन्य भारतीय मुक्केबाज़ों का भी शानदार प्रदर्शनभारत के कई युवा और अनुभवी बॉक्सरों ने अपने मुकाबलों में दमखम दिखाया।सचिन सिवाच (60kg)हितेश गुलिया (70kg)जतुनमणि सिंघ (59kg)पवन बठवाल (55kg)अमनजोत (63.5kg)…जैसे नामों ने भी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पदक पक्के किए।टूर्नामेंट में भारत की कुल 15 में से 20 फाइनल में पहुँचने वाले खिलाड़ियों में 7 महिला और 8 पुरुष थे, जिनमें से ज्यादातर ने podium finish हासिल की।निष्कर्षग्रेटर नोएडा में भारत के मुक्केबाज़ों का यह गोल्ड रश घरेलू बॉक्सिंग के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला है। निकहत और जैस्मिन की अगुवाई में मिली यह शानदार सफलता आने वाले एशियाई और विश्व स्तर के टूर्नामेंटों के लिए बड़ी उम्मीदें जगाती है।
