पूर्णिया के सुखसेना गांव में श्री कृष्णा जन्माष्टमी के मौके पर तीन दिवसीय भव्य मेला
*पूर्णिया के सुखसेना गांव में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर तीन दिवसीय भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।* पूर्णिया के सुखसेना गांव में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर तीन दिवसीय भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बिहार सरकार के खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने सुखसेना गांव के इस पारंपरिक भव्य मेला का उद्घाटन किया। इस मौके पर अपने संबोधन में लेसी सिंह ने कहा कि सुखसेना उनका घर है। पहली बार 1995 ईस्वी में इसी सुखसेना गांव के सहयोग से वह राजनीति में आई और आज यहां तक पहुंची है। वह यहां की बहू बेटी के समान है। उन्होंने कहा कि भले ही परिसीमन में सुखसेना अब उनके विधानसभा क्षेत्र से हट गया है। लेकिन वह सदैव यहां के विकास के लिए तत्पर रहेंगे। और जो भी उनसे संभव होगा इस इलाके के विकास के लिए करते रहेंगे। इस मौके पर ग्रामीणों ने मंत्री लेसी सिंह का भव्य स्वागत किया । दरअसल सुखसेना में पिछले डेढ़ सौ वर्षो से श्री कृष्णा जन्माष्टमी का भव्य आयोजन होता है। इस मौके पर मिथिला संस्कृति की झलक देखने को मिलती है । बीती रात जहां दरभंगा से आए मैथिली की लोकप्रिय कलाकार जुली झा और उनकी टीम ने अपने सुमधुर मैथिली गीतों से समा बांध दिया। वही 16 अगस्त की रात उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आए कलाकारों की टीम ने भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति की। इस गांव में कृष्णाष्टमी के मौके पर एक खास परंपरा भी रही है । यहां दूर-दूर से लोग छोटे बच्चों को बांसुरी चढ़ाने के लिए आते हैं। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण पर बांसुरी चढ़ाने से बच्चे प्रतिभाशाली होते हैं। कार्यक्रम के आयोजन में पूजा समिति के साथ-साथ पूरे ग्रामीण की काफी सहभागिता रहती है।रिपोर्ट बिट्टू कुमार