SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट पर सवार होकर भारत का बेटा अंतरिक्ष में भरा उड़ान
रिपोर्ट: पूजा सिंह
साभार: जी न्यूज हिंदी
फोटो साभार: गूगल, दैनिक भास्कर

25 जून 2025 यानी आज बुधवार को भारत का एक और सितारा अंतरिक्ष की सैर पर निकल पड़ा है। 39 साल के शुभांशु शुक्ला आज फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट पर सवार होकर अंतरिक्ष की उड़ान भरे है। वो भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिन्हें ये मौका मिला है। उनसे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराया था। एक मीडिया से बातचीत में राकेश शर्मा ने बातचीत में शुभांशु को शुभकामनाएं दीं और कई दिलचस्प बातें कही हैं।

1984 में राकेश शर्मा सोवियत सोयुज यान से अंतरिक्ष गए थे। चार दशक बाद अब शुभांशु अंतरिक्ष की सैर करने जा रहे हैं। एक बातचीत में राकेश शर्मा ने कहा, “ये भारत के स्पेस प्रोग्राम के लिए बहुत खास समय है। शुभांशु को जो मौका मिला है, वो इसका पूरा फायदा उठाएंगे। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर उनका अनुभव भारत के लिए बहुत काम आएगा। उन्होंने कहा, “मैं उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहा हूं, ताकि पूछ सकूं कि 40 साल में अंतरिक्ष में क्या-क्या बदला।”

एक सवाल में जब राकेश से पूछा गया कि क्या शुभांशु एक अच्छे अंतरिक्ष यात्री बनेंगे, तो राकेश शर्मा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “बिल्कुल! उनकी ट्रेनिंग शानदार रही है। इसरो को तो आप जानते ही हैं, वो फेल होने वालों में से नहीं है। शुभांशु का अनुभव हमारे स्पेस प्रोग्राम को और मज़बूत करेगा। ईश्वर उन्हें आशीर्वाद दे।”


राकेश शर्मा ने बताया कि शुभांशु SpaceX का सूट पहनकर अंतरिक्ष जाएंगे, लेकिन भविष्य में भारतीय अंतरिक्ष यात्री अपने देसी सूट में उड़ान भर सकते हैं। उन्होंने कहा, “शुरुआत में शायद रशियन सूट ही इस्तेमाल हों, लेकिन हमारा अपना सूट भी बन रहा है। ये सब धीरे-धीरे होगा, क्योंकि अंतरिक्ष में जल्दबाजी की कोई जगह नहीं है।”

बता दे कि, लॉन्च का समय दोपहर करीब 12:30 बजे (IST) रखा गया। यह फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से होगा। अंतरिक्ष यान को 28 घंटे का सफर तय करने के बाद गुरुवार दोपहर करीब 4:30 बजे (IST) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ना है। मिशन की टीम ISS पर करीब 14 दिन बिताएगी, जहां वे कई वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 10 अक्तूबर 1985 को हुआ था। जून 2006 में शुभांशु भारतीय वायुसेना (IAF) की फाइटर विंग का हिस्सा बने थे। शुभांशु शुक्ला को कॉम्बैट लीडर और अनुभवी परीक्षण पायलट के रूप में 2000 घंटों का फ्लाइट एक्सपीरियंस है। वायुसेना में रहते हुए शुभांशु सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एन-32 जैसे लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं।