ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल खिलाड़ियों का नाम आया सामने
रिपोर्ट: पूजा सिंह
साभार: जागरण जोश
फोटो साभार: गूगल, BCCI, Instagram/csk

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 2025 के लिए ICC हॉल ऑफ़ फ़ेम में सात दिग्गज खिलाड़ियों का गर्व से स्वागत किया। 2025 में, ICC ने क्रिकेट टूर्नामेंट में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए पाँच पुरुष खिलाड़ियों और दो महिला खिलाड़ियों को शामिल किया। इस हॉल ऑफ़ फ़ेम सम्मान की कुल संख्या 122 खिलाड़ियों तक पहुँच गई है। इन खिलाड़ियों को मौजूदा हॉल ऑफ़ फ़ेम सदस्यों की चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया था।

आईसीसी के चेयरमैन श्री जय शाह ने कहा , “आईसीसी हॉल ऑफ फेम के माध्यम से हम खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिनके उल्लेखनीय करियर ने क्रिकेट की विरासत को आकार दिया है और पीढ़ियों को प्रेरित किया है।”
आईसीसी हॉल ऑफ फेम क्रिकेट टूर्नामेंटों में असाधारण खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में अपने उत्कृष्ट व्यक्तिगत प्रदर्शन से क्रिकेट में महान रिकॉर्ड हासिल किए हैं।

ICC हॉल ऑफ फेम की शुरुआत 2009 में ICC के शताब्दी समारोह के एक हिस्से के रूप में की गई थी। तब से, ICC हर साल क्रिकेट टूर्नामेंट के सबसे महान खिलाड़ी के लिए फेम का जश्न मनाता है।
वहीं इस साल यानी 2025 के लिए आईसीसी हॉल ऑफ फेम के लिए चयनित खिलाड़ियों की सूची में मैथ्यू हेडेन, हाशिम अमला, महेंद्र सिंह धोनी, ग्रीम स्मिथ, डेनियल विटोरी, सना मीर
ओर सारा टेलर शामिल है।

जाने क्या होता ICC हॉल ऑफ फेम?
आईसीसी हॉल ऑफ फेम क्रिकेट का सबसे बड़ा सम्मान होता है, जो क्रिकेट के लंबे और शानदार इतिहास से खेल के दिग्गजों की उपलब्धियों का सम्मान करता है। इसकी शुरुआत 2 जनवरी 2009 को फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के साझा सहयोग से हुई थी। यह 2003 तक रहा। इस लिस्ट में 55 खिलाड़ियों के नाम थे। वहीं जब 2009 में आईसीसी हॉल ऑफ फेम शुरू हुआ तो फिका के सभी हॉल ऑफ फेम खिलाड़ियों को शामिल कर लिया गया। इसके बाद हर साल पांच खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया जाने लगा।

जाने किस आधार पर होता इसमें चयन
आईसीसी हॉल ऑफ फेम पाने के लिए एक बल्लेबाज को कम से कम 8000 अंतरराष्ट्रीय रन और 20 शतक स्कोर करना जरूरी होता है।
यह क्रिकेट के टेस्ट या वनडे किसी के भी फॉर्मेट के रन हो सकते हैं या फिर बल्लेबाज का औसत 50 से ऊपर रहा हो।

किसी गेंदबाज को इस लिस्ट में तभी शामिल किया जा सकता है, जब उन्होंने टेस्ट या वनडे किसी भी फॉर्मेट में 200 विकेट अपने नाम किए हों।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम का सम्मान किसी भी क्रिकेट खिलाड़ी को क्रिकेट से संन्यास लेने के पांच साल बाद दिया जाता है।
