12 घंटे लंबी बहस के बाद Waqf (Amendment) Bill, 2025 लोकसभा में पारित

लोकसभा में पास होने के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को आज राज्यसभा में पेश किया गया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बिल को सदन के पटल पर रखा। बता दें कि करीब 12 घंटे लंबी बहस और तीखी नोकझोंक के बाद, वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को बुधवार देर रात लोकसभा में पारित कर दिया गया। इस विधेयक के पक्ष में 288 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 232 सांसदों ने मतदान किया। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन को बेहतर करने के उद्देश्य से लाया गया था, जिसे लेकर सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी दलों के बीच गहरा मतभेद देखने को मिला। अब सभी की नजरें राज्यसभा पर टिकी हैं।

ववक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश होने के दौरान विपक्ष के हंगामा करने पर गृह मंत्री अमित शाह भड़क गए. उन्होंने कहा कि कमिटी ने विपक्ष के सुझावों को माना और उसको अब सदन में ले कर किरेन रिजिजू ले के आए. कांग्रेस के जमाने में कमिटी सिर्फ ठप्पा लगाती थी. हमारी कमिटी विचार और परिवर्तन करती है और उसके बाद बिल लेकर आती है.क्फ किसी भी व्यक्ति द्वारा मुस्लिम कानून द्वारा पवित्र, धार्मिक या धर्मार्थ के रूप में मान्यता प्राप्त किसी भी उद्देश्य के लिए स्थायी समर्पण है। वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को पिछले साल 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था। मौजूदा वक्फ अधिनियम, 1995 (जैसा कि 2013 में संशोधित किया गया) में लगभग 40 संशोधन प्रस्तावित किए गए, जिनका उद्देश्य वक्फ प्रशासन का आधुनिकीकरण करना, मुकदमेबाजी को कम करना और वक्फ संपत्तियों का कुशल प्रबंधन सुनिश्चित करना था।

वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश होने के दौरान विपक्ष के हंगामा करने पर गृह मंत्री अमित शाह भड़क गए। उन्होंने कहा कि कमिटी ने विपक्ष के सुझावों को माना और उसको अब सदन में ले कर किरेन रिजिजू ले के आए। कांग्रेस के जमाने में कमिटी सिर्फ ठप्पा लगाती थी. हमारी कमिटी विचार और परिवर्तन करती है और उसके बाद बिल लेकर आती है।

वहीं इस मामले में संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने संसद पर भी अपना दावा ठोका था। ऐसे दावों को देखते हुए इस कानून में संशोधन करने की जरूरत पड़ीउन्होंने आगे कहा, ‘कई लोगों ने अपने अपने तरीके से बातें रखीं, किसी ने कहा ये बिल गैरकानूनी है। ये बिल कोई नया विषय नहीं है। आजादी से पहले से इसका इतिहास शुरू होता है। अगर आप सच्चे दिल से सोचते तो आप इसपर विचार करते। जो कुछ लेना देना नहीं है इस बिल में उसको लेकर लोगों को गुमराह करने का काम किया है।’

उन्होंने सभा में आलोचना करने लवालों से प्रश्न किया कि हमें चुनौती क्यों दी जा रही है जब हम सकारात्मक बदलाव लेकर आ रहे हैं? उन्होंने कहा कि जो लोग बिल का विरोध कर रहे हैं, उन्हें गिमराह किया जा रहा है और उकसाया जा रहा है। दूसरों के बहकावे में आकर ये सब करना ठीक नहीं।
रजत रंजन के द्वारा
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