वन्यजीव संरक्षणवादी बाल्मीकि थापर ने इस दुनियां को कहा अलविदा
रिपोर्ट: पूजा सिंह
संपादित (edited by): रजत रंजन
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वन्यजीव संरक्षणवादी और लेखक वाल्मीकि थापर ने इस दुनियां को अलविदा कह दिया है। वे 73 साल के थे, आज यानी शनिवार की सुबह उन्होंने अपने घर पर अंतिम सांस ली। वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर 3:30 बजे दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर होगा। वाल्मीकि थापर ने अपनी पूरी जिंदगी जंगली बाघों के संरक्षण के लिए समर्पित कर दी। खासकर राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क में उन्होंने बहुत काम किया। वहीं उन्हें साल 2005 में टाइगर टास्क फोर्स में नियुक्त किया गया था।

वाल्मीकि थापर एक जाने-माने पत्रकार रोमेश थापर के बेटे थे। उनकी बहन इतिहासकार रोमिला थापर हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से समाजशास्त्र की पढ़ाई की थी। उनकी शादी थिएटर कलाकार संजना कपूर से हुई थी। संजना मशहूर अभिनेता शशि कपूर की बेटी हैं। वाल्मीकि थापर को वन्यजीव संरक्षण में उनके गुरु फतेह सिंह राठौर ने रास्ता दिखाया । फतेह सिंह प्रोजेक्ट टाइगर के मुख्य सदस्यों में से एक थे। वहीं बाल्मीकि थापर के निधन के बाद उनके परिवार सहित शुभचिंतकों के बीच शोक का लहर छाया हुआ है।