जाने कौन हैं हृदय नारायण झा, जिनके लिखे छठ गीत को शारदा सिन्हा ने अपने मधुर आवाज में गाया था?
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और बिहार में छठ पर्व बिना छठ गीतों के पूरा नहीं होता है। छठ गीतों से अपनी अलग पहचान बनाने वाली गायिका शारदा सिन्हा ने छठ पर्व के पहले दिन यानी नहाए खाए के मौके पर अपनी अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा ने 5 नवंबर को दुनिया को अलविदा कह दिया था। जहां 5 नवंबर के रात्रि नौ बजे उन्होंने दिल्ली एम्स में अपनी जिंदगी के आखिरी सांस ली और अपने चाहने वालो को मायूस करके चली गई। उन्होंने कई छठ के गीत गाए थे जिसे फैंस के द्वारा खूब पसंद किया जाता है लेकिन, क्या आप जानते हैं कि प्रसिद्ध लोकगायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा ने जिन गीतों को गाया था, उसे हृदय नारायण झा ने लिखा है। जो इन दिनों काफी चर्चा में बने हुए है, तो आइए जानते है कौन है हृदय नारायण झा। जिन्होंने छठ गीतो को लिखा है।

हृदय नारायण झा मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले है। शुरू से ही इनकी रुचि लेखन में रही है। संस्कृत अकादमी से रिटायर्ड हृदय नारायण झा बताते हैं कि वे कई गीतों की रचना कर चुके हैं। वे कहते हैं कि मैंने शारदा सिन्हा द्वारा गए जाने वाले कई छठ गीतों को लिखा है। प्रत्येक गीत के शब्दों का चयन बड़ी सावधानी और खोजबीन के साथ की है। इसके अलावा गायिका और गीतकार ने भी उस भाव को समझते हुए उसमे अपना शुर दिया है। शायद यही कारण है कि आज विश्व पटल पर छठ के गीत इतने प्रसिद्ध है।

ह्रदय नारायण झा का कहना है कि गीत लिखने से पहले उसके धुन के बारे में सोचता हूं। मिथिला का हूं, इसलिए मैथिली खून में बसी है। हालांकि, भोजपुरी में भी हृदय नारायण ने कई गीत लिखे हैं। वे आगे कहते हैं कि मैथिली धुन के साथ भोजपुरी शब्द इसलिए चुना, क्योंकि यह महापर्व पूरे बिहार का प्रतिनिधित्व करता है।
Written By: – Pooja Singh